Ae mere sai!
Meri khushnasibi ke liye ye hi kaafi hai ki me tera bachcha hu
Aur mere fakhar ke liye ye hi kaafi hai ki tu mera murshad hai
Tu vesa hi hai jesa me chahta hu
Bas tu mujhe vesa bana de jesa tu chahta hai
Om sai ram
तुझ में है यह जग समाया |
तेरे दर से न कोई खाली आया ||
सबके ह्रदय की बात तू जाने |
सबके मन में साईं विराजे ||
ॐ साई राम
साईँ पर करे जो अटूट विश्वास
साईँ रहते हमेशा उनके पास
पूरी करते हैँ साईँ हर आस
पूजा हो नमाज़ हो या हो अरदास
हर रुप मेँ है साईँ का ही वास
साईँ के लिए उनके सभी भक्त सबसे खास.
ॐ साईं राम
आंसू पोंछ कर मेरे साईं ने हसाया है मुझे
मेरी हर गलती पर भी मेरे साईं ने सीने से लगाया है मुझे
विश्वास क्यों न हो मुझे अपने साईं पर
मेरे साईं ने हर हाल में जीना सिखाया है मुझे.
तेरे नूर से है रोशन बाबा दसों दिशाएँ,
हमको भी राह दिखाना कभी हम जो भूल जाएँ।
आस बन जाती दिल का एक अरमान
दिन की शुरुवात होती लेकर तेरा नाम |
तेरा नाम जप कर दिल हो जाए मालामाल
तेरी किरपा से खुल जाए स्वर्ग के दरबार |
ॐ साई राम
साईं का जब हो साथ तब फिक्र की क्या है बात ,
संशय न लाना विश्वास जगाना,
साईं जाप खुशियों का है खजाना ........
ॐ साई राम
दर्द किसी का देख न पाए.
हमारी हर चोट पर साईं महरम लगाये..
माँ जैसा लाड लड़ाए.
बाप जैसे चिंता जताए.
भाई जैसा दुलार करे
दोस्त जैसा साथ निभाए
साईं हररिश्ता खूब निभाए
ॐ साईं राम. ॐ साईं राम.ॐ साईं राम.
किसी ने कहा साईं तू है देवो का राजा,
किसी ने कहा बाबा मेरे पास आजा|
किसी का तू भोला , किसी का कान्हा,
सब के तू दिल का सहारा बने|
तेरी रहमतो से ही है चलता सारा ज़माना|
ॐ साई राम.
मै कुछ भी नहीं तेरे बिना मेरे"सतगुरु साईं" तू
तो सार है मेरी"कहानी" का..
तेरा "वजूद" समन्दर से भी बड़ा है.
मै तो बस एक कतरा हूँ पानी का.
ॐ साईं राम~ॐ साईं राम~ॐ साईंराम
साँई बाबा जी की कृपा सभी पर निरंतर बनी रहे.
जिनके दरबार में ना कोई जात है
न कोई धर्म, न कोई राजा और न कोई रंक॥
जिन्होंने सपने में भी कभी किसी प्राणी को कष्ट में नहीं रहने दिया॥
ऐसे गुरु श्री सांईनाथ महाराज के चरणों में,
हम बच्चो की तरफ से शत् शत् नमन॥
ॐ साई राम
देख के तेरा मनमोहक चेरहा
मैं सुधबुध खो गया सांई
मन करता है जीवनभर
तेरी भक्ती के रस में डूब के मैं
कही खो जाऊ मेरे साई
ॐ साई राम
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करता हूँ फ़रियाद साईं बस
इतनी रहमत कर देना,
जो भी पुकारे तुझको बाबा,
खुशियों से उसकी झोली भर देना…
ॐ श्री साईं राम
शिरडी वाले साईं बाबा तेरे
दर पर आना चाहता है
सवाली लब पे दुवायें भी है
आखों में आसुं भी है
बुला लो बाबा इस सावाली को शिरडी..!!
मेरे “साँई” का~ दरबार सबसे न्यारा है,
उसमें “बाबा” का दर्शन कितना प्यारा है,
सब कहते हैं के “बाबा” सिर्फ़ हमारा है,
पर “बाबा” कहते हैं के मैंने अपना,
सब कुछ तुम~ सब पर वारा है.!!
दीवाने तेरे लाखों बाबा
पर मैं भी हूँ तेरी दुनिया में
कांटे मिले मुझे भले ही लाखों
पर मैं भी हूँ एक तिनका तेरी कुटिया में!
साईं तुम हो मेरे दीन-बन्धु, मात-पिता
चरणों में तेरे हरपल हो मेरा नमन
आप दे दो मुझे शक्ति अपार बाबा
तुम दे दो मुझे भक्ति अपार बाबा.
छू जाते हो मुझे कितनी ही बार,
ख्वाब बनकर मेरे साईं राम…
ये दुनिया न जाने फिर फिर क्यों कहती है,
के तुम मेरे करीब नहीं, मेरे साईं राम!
जिन आँखों में साईं बस जायेंगे
उन आँखों में अश्क कहाँ से आयेंगे?
साईं नहीं होने देते अपने बच्चों को उदास
आ जाते हैं झट से अपने बच्चों के वो पास!
जिसे कोई नहीं जानता उसे रब जानता हे,
राज़ को राज़ ना रहने दो वो सब जानता हे,
अगर मांगना हे तो उस साईं से मांगो,
जो जुबां पे आने से पहले दिल की दुआ जानता हे.
जय साईनाथ.
दुःख हो या फिर सुख हो
सांई जी को हमेशा याद करो
सहारा है साईं जी हम सबका का
बाबा से ही फरियाद किया करो
चिन्ता चिता समान है
चिंता मे न अपना समय बरबाद करो…
कैसे भी हो हालात
सांई जी पर ही विश्वास करो
अगर साईं जी पर है विश्वास
तो हर काम है आसान
रहम नजर करो बाबा
साईं जी से मिलने का सत्संग ही बहाना है
शिरडी वाले को बुलाने का सत्संग ही बहाना है
दुनियां वाले क्या जाने मेरा रिश्ता पूराना है!!
जिस पे भी हाथ रख दे मेरा साईं फकीरा,
वो पत्थर भी बन जाये पल में नायाब हीरा!
मेरे साईं मुझ पर रहम करना
बच्चों का अपने आप भरण करना
हर जगह पर बसते हो बाबा तुम
निराकार और सर्वत्र बसते हो बाबा तुम.
जो करता विश्वास तुम पर बाबा
आता शरण में जब कोई आपकी बाबा
वो मिल जाये आपमें ही साईं गुरुवर
फिर आत्मा और शरीर का क्या है डर.
जो कोई सुनता साईं बाबा के वचन
जीवन को करते प्रभु पर समर्पण
जो भी करता अपने साईं से सच्चा प्यार
रहती सदा जीवन में सुख की बहार.
तुम बिन जीवन जहर है साईं
तेरा नाम ही है बाबा मेरी कमाई
बाबा साईं बोलो अल्लाह साईं बोलो
साईं बाबा बोलो साईं बाबा बोलो .
देख ले भज कर साई साई
साईया दौड़े आते हैं
काम अधूरे जीवन के साईया खुद कर जाते है
डोर सौंप के देख ले पगले, संकट सब टल जाते हैं
काम अधूरे जीवन के सब, साईया खुद कर जाते हैं!
चोट खाया ख्वाब अब भी रेंगता हैं पुतलियों में
टूटता विश्वास उड़ना चाहता है बदलियों मे
कि साईं अब तू आये हर ख्वाब मेरा पूरा हो और
विश्वास बह निकले मेरी धमनियो में ।।
साईं अपना शिष्य बनालो |
दर का सेवादार बनालो
साईं अपनी किरपा का पात्र बना लो
हमारे दुख दर्द मिटा दो
ज्लदि से शिरडी बुला लो
साईं चरणों में बिठालो
दर का सेवादार बनालो !!
कौन कहता है तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता है ,
जो तेरे दर तक पहुंच जाये, वो सबसे बड़ा खुशनसीब होता है ।
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