*इस शहर में मजदूर जैसा*
*दर-ब-दर कोई ना था*
*जिसने सबका घर बनाया*
*उसका कोई घर ना था*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*मित्र, पुस्तक, रास्ता, और विचार*
गलत हों तो गुमराह कर देते हैं,
और यदि सही हों तो जीवन बना देतें हैंl
वैसे
सफल जीवन के चार सुत्र
*मेहनत* करे तो धन बने
*सब्र* करे तो काम
*मीठा बोले* तो पहचान बने और *इज्जत* करे तो नाम ll
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*अगर गिलास दूध से भरा हुआ है तो,*
*आप उसमे और दूध नहीं डाल सकते.*
*लेकिन आप उसमें शक्कर डाले तो,*
*शक्कर अपनी जगह बना लेती है ...*
*और अपना होने का अहसास दिलाती है.*
*उसी प्रकार,*
*अच्छे लोग हर किसी के दिल में,*
*अपनी जगह बना लेते हैं .....*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*"रिश्ता" ऐसा हो जिस पर नाज़ हो,*
*कल जितना "भरोसा" था*
*उतना ही आज हो,....*
*"रिश्ता" सिर्फ वो नहीं जो*
*"ग़म या ख़ुशी" में साथ दे,*
*"रिश्ता" तो वो हैं जो हर पल*
*अपनेपन का एहसास दे!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*खिचड़ी यदि बर्तन में पके तो बीमार को ठीक कर देती है,*
*और यदि दिमाग में पके तो इंसान को बीमार कर देती है।...*
*इसलिए बुरे विचार और गलत सोच से बचें !!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*जीवन के कुछ संबंध ऐसे होते हैं*
*जो किसी पद या प्रतिष्ठा*
*के मोहताज नहीं होते..!*
*वे स्नेह और विश्वास*
*की*
*बुनियाद पर टिके होते हैं..*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*हाथों की लकीरों पर ज्यादा विश्वास मत करना*
*क्योंकि नसीब उनके भी होता है*
*जिनके हाथ नही होते*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
*🙏🏻*
*🌞सुप्रभात🌞*
*डरने वाले को ही लोग डराते है*
*हिम्मत दिखाओ तो अच्छे अच्छे लोग*
*सिर झुकाते है*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*किसी दो कौड़ी के इंसान के पीछे भागने से लाख गुना अच्छा है*
*अपने सपने के पीछे भागो*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*जब भी देखता हूँ*
*किसी को हँसते हुए....*
*तो यकीन आ जाता है....*
*की खुशियों का ताल्लुक*
*दौलत से नहीं होता.....*
*जिसका मन मस्त है*
*उसके पास समस्त है!!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*अगर बुरे लोग सिर्फ समझाने से समझ जाते*
*तो बांसुरी बजाने वाला कभी महाभारत नही होने देता*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*हँसते हुये चेहरों का अर्थ*
*ये नही कि इनके जीवन*
*मै दुखों की गैर हाजरी है,*
*बल्कि इनके अन्दर*
*परिस्थितियों को*
*सँभालने की क्षमता है ।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*जितना खाना आप फेंक देते है*
*उतने में*
*कई परिवार भूंखे सोने से बच*
*सकते है*
*फैंके नही, मदद करें*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*क्या अजीब दौर आया है,*
*जो बीमार है वह अकेला रहेगा,*
*और*
*जो अकेला रहेगा वह बीमार नहीं होगा।।।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*बिना मतलब के कोई इज्जत नही देता*
*इसलिए खुद को इतना काबिल बनाओ*
*कि बिना मतलब के भी हर कोई इज्जत दे*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*बुराई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती*
*सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती*..!
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
: *"दवा जेब में नहीं..*
*परंतु शरीर में जाए तो असर होता है .*
*वैसे ही..*
*अच्छे विचार मोबाइल में नहीं..*
*ह्रदय में उतरे तो जीवन सफल होता है .*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
: *हस्ती मिट जाती है आशियां बनाने में,*
*बहुत मुश्किल होती है, अपनों को समझाने में।*
*एक पल में किसी को भुला मत देना,*
*जिंदगी लग जाती है, किसी को अपना बनाने में।*
*बुराई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती*
*सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती*..!
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*बिखरने के तो लाख बहाने मिल जायेंगे*
*आओ हम जुड़ने के अवसर ढूंढे*
*यह जरूरी नही कि हर शख्स हमसे मिलकर खुश हो*
*मगर हमारा प्रयास यह रहे कि, हमसे मिलकर कोई दुखी न हो।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*"संस्कार" और "संक्रमण"*
*दोनों ही*
*एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति मे फैलते है..*
*"संस्कार" जगत मे मानव सभ्यता की स्थापना करते है,*
*जबकि*
*"संक्रमण" बीमारी फैला कर*
*मानव सभ्यता का विनाश करता है..!!*
*सदा प्रसन्न रहिये, मुस्कुराते रहिये*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*जिंदगी दो दिन की है,*
*एक दिन आप के हक़ में,*
*एक दिन आप के खिलाफ,*
*जिस दिन हक़ में हो गुरूर मत करना,*
*और जिस दिन खिलाफ हो,*
*थोड़ा सा सब्र जरूर करना*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*कठिन परिस्थितियोँ मेँ*
*संघर्ष करने पर एक*
*बहुमूल्य संपत्ति विकसित*
*होती है*
*जिसका नाम है....*
*"आत्मबल - Willpower"*"
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*हमारा 'व्यवहार' कई बार*
*हमारे 'ज्ञान' से अधिक 'अच्छा' साबित होता है।*
*क्योंकि*
*जीवन में जब 'विषम' परिस्थितियां आती हैं,*
*तब ज्ञान 'हार' सकता है,*
*परन्तु 'व्यवहार' से हमेशा*
*'जीत' होने की 'संभावना' रहती है।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*इस जीवन का पैसा अगले जन्म में काम नहीं आता,*
*मगर इस जीवन का पुण्य जन्मों-जन्म तक काम आता है*
*इसलिए हमेशा अच्छे कर्म ही करें।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
: *केवल उन्हीं के साथ मत रहिये,*
*जो आपको खुश रखते हैं;*
*थोड़ा समय उनके साथ भी रहिये,*
*जो आपको देखकर खुश होते हैं!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
: *किस्मत करवाती है*
*कटपुतली का खेल जनाब!*
*वरना,*
*ज़िन्दगी के रंगमंच पर कोई भी*
*कलाकार कमज़ोर नहीं होता!!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*"अच्छाई-बुराई" "इंसान" के "कर्मो" में होती है..*
:
*कोई "बांस" का "तीर" बनाकर किसी को "घायल" करता है..*
*तो कोई "बांसुरी" बनाकर बांस में "सुर" को भरता है..!!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*अक्सर लोग कहते हैं की, 'पैसा सम्भाल कर रखो,*
*बुरे वक्त पर काम आयेगा..'*
*पर अक्सर लोग, यह भूल जाते है कि...*
*"रिश्ते सम्भाल कर रखे तो,*
*बुरा वक्त यूं ही गुजर जायेगा...!"*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
: *किसने चलाया ये तोहफे लेने देने का रिवाज,*
*गरीब आदमी मिलने-जुलने से भी डरता है*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*पेडों जैसे ज़िन्दगी गुजर रही है*
*फल भी खाते है लोग हमसे तोड़कर*
*और पत्थर भी मार देते हैं*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*"कहते है कि*
*जलो वहाँ , जहाँ जरूरत हो।*
*"उजालों" में "चिरागों" के मायने नहीं होते।*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*व्यक्ति का व्यवहार देखना हो तो उसे सम्मान दो,*
*आदत देखनी हो तो उसे स्वतंत्र कर दो,*
*नियत देखनी हो तो उसे कर्ज दो,*
*और अगर उसके गुण देखने हों तो उसके साथ कुछ समय बिताओ ll*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
[
*जिंदगी छोटी नही होती है,*
*लोग जीना ही देरी से शुरू करते है,*
*जब तक रास्ते समझ मे आते है तब तक लौटने का वक़्त हो जाता है,*
*बस यही जिंदगी है..!!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
*प्रतिभा ईश्वर से मिलती है,*
*नतमस्तक रहें..!*
*ख्याति समाज से मिलती है,*
*आभारी रहें..!*
*लेकिन,,,*
*मनोवृत्ति और घमंड स्वयं से मिलते हैं,*
*सावधान रहें..!!*
*🚩।। जय सिया राम ।।🚩*
🙏🏻
*🌞सुप्रभात🌞*
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